
मुजफ्फरपुर-हाजीपुर बाईपास 11अक्टूबर से खुलने को तैयार..

मुजफ्फरपुर वासियों के लिए एक बड़ी राहत और नई सौगात हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास अब तैयार है। 11 अक्टूबर से यह बाईपास ट्रैफिक के लिए खोल दिया जायेगा। इस बाईपास के शुरू होने से मुजफ्फरपुर शहर में यातायात व्यवस्था में जाम की समस्या से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी तथा आवागमन सुगम और तेज़ हो जाएगा।
यह बाईपास 16.87 किलोमीटर लंबा है और हाजीपुर–मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-63.17 खंड का हिस्सा है। इसके निर्माण से न केवल मुजफ्फरपुर शहर में ट्रैफिक दबाव घटेगा, बल्कि आसपास के जिलों — दरभंगा, मोतिहारी, सीतामढ़ी, वैशाली तथा समस्तीपुर से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए भी यह मार्ग सुविधाजनक साबित होगा।
बाईपास की प्रमुख बातें
हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक से तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत 66 अंडरपास, 4 माइनर ब्रिज, एक ROB, का निर्माण किया गया है।इस अंडरपास के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ा गया है, जिससे किसानों, व्यापारियों और विद्यार्थियों को बिना किसी बाधा के यात्रा कर पाएंगे
जाम से राहत और आवाजाही की सुगम एवं सुचारू सुविधा
हाजीपुर से दरभंगा, सीतामढ़ी या मोतिहारी की ओर जाने वाले भारी वाहनों को अब शहर के बीच से नहीं गुजरना पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप शहर में जाम से मुक्ति और प्रदूषण से भी राहत मिलेगा। वाहन चालकों को अब घंटों तक जाम में फंसना नहीं पड़ेगा, जिससे समय की बचत होगी और सड़क सुरक्षा में भी सुधार होगा।
जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन के अनुसार “हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास का खुलना मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस मार्ग के शुरू होने से शहर के अंदर ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा, जिससे नागरिकों को राहत मिलेगी। साथ ही, यह मार्ग औद्योगिक, व्यापारिक और पर्यटन विकास को भी नई दिशा देगा। हम सभी नागरिकों से अपेक्षा करते हैं कि वे यातायात नियमों का पालन करते हुए इस नई सुविधा का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करें।”
उन्होंने ट्रैफिक डीएसपी तथा जिला परिवहन पदाधिकारी को मार्ग पर सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ताकि आम लोगों को आवाजाही में कोई कठिनाई न हो।
सरकार की विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक
हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास का निर्माण सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसके तहत इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। इस परियोजना से न केवल सड़क नेटवर्क मजबूत हुआ है, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास, औद्योगिक निवेश और रोजगार सृजन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
साथ ही इस बाईपास से मुजफ्फरपुर–दरभंगा और मुजफ्फरपुर–मोतिहारी के बीच दूरी और समय की बचत होगी। यह बाईपास स्थानीय लोगों और व्यापारिक गतिविधियों में भी सुविधाजनक होगा।