
शुरू हुआ हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास.. 10 साल बाद जाम से मिलेगा छुटकारा
जिले के विकास और यातायात सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक दिन शनिवार को दर्ज हुआ, जब हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास को आम जनता और वाहनों के लिए खोल दिया गया। यह बाईपास मुजफ्फरपुर सहित संपूर्ण उत्तर बिहार के आवागमन को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।
13 सालों में बनकर तैयार हुए 18 किलोमीटर लंबे इस बाईपास के शुरू होने से हाजीपुर–दरभंगा, सीतामढ़ी, मोतिहारी और वैशाली की ओर जाने वाले वाहनों को अब शहर में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे जाम के साथ साथ प्रदूषण में गिरावट भी दर्ज होगी।
ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को जोड़ा गया
यह बायपास नए तकनीक पर तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत 66 अंडरपास, 4 माइनर ब्रिज और 1 आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण किया गया है।इससे आसपास के गांवों को जोड़ा गया है, जिससे किसानों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को सुविधा मिलेगी।
यह बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-63.17 खंड का हिस्सा है और हाजीपुर से मुजफ्फरपुर तक यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके निर्माण से न केवल मुजफ्फरपुर शहर में ट्रैफिक दबाव घटेगा, बल्कि दरभंगा, मोतिहारी, सीतामढ़ी, वैशाली और समस्तीपुर जैसे पड़ोसी जिलों के यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
औद्योगिक और व्यापारिक प्रगति को मिलेगा बल
हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास र्जिले के आर्थिक विकास, औद्योगिक निवेश और पर्यटन विस्तार की दिशा में एक मजबूत कदम है।इससे मुजफ्फरपुर का संपर्क दरभंगा, मोतिहारी और पटना जैसे प्रमुख व्यापारिक वाणिज्यिक केंद्रों से और तेज़ हो जाएगा। जिससे व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी।