
आज आधा शहर शाम की जाम में हल्कान रहा। मोतीझील, कल्याणी, जवाहरलाल रोड, तिलकमैदान रोड, सूतापट्टी, ब्रह्मपुरा, अखाड़ाघाट पुल, जीरो माईल अघोरियों बाजार समेत आधा शहर जाम से जूझता दिखा। अब तो ये लगता है, स्मार्ट सिटी के नाम पर शहरवासी को संभवतः जाम सिटी मिलने की पूरी संभावना है। इस जाम में लोग एक दूसरे से झगड़ते भी रहे और शहर को कोसते भी दिखे।
मुजफ्फरपुर शहर की रोज की बानगी
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस शहर का जाम तो अब रोज की बानगी है। अगर आपका काम आधे घंटे का है शहर में तो 2-3 घंटे के पहले आप वापस नहीं आ पाएंगे असल में मुजफ्फरपुर गांवों का शहर कहा जाता है। लोगों की हर जरूरत के लिए शहर आना होता है। सड़कों का हाल जस का तस रहा, लेकिन आबादी और गाड़ियों की संख्या बढ़ती गई। और शायद यही कारण है कि शहर आए दिन जाम से जकड़ जाता है
स्मार्ट सिटी बन रही वजह

लोगों का ये भी कहना है कि जब से मुजफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है तब से ही शहर जाम शहर के नाम से जाना जाने लगा है। कई बार तो ट्रैफिक पुलिस भी बेबस नजर आती है।