
दीपावली और छठ जैसे प्रमुख पर्व-त्योहारों के मद्देनजर जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए जांच अभियान चलाया जा रहा है।

जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार मंगलवार को मोतीझील और लेनिन चौक इलाके के कई मिठाई दुकानों एवं होटलों की फूड इंस्पेक्टरों की टीम ने जांच की। इस दौरान मिठाई, दूध, खोवा, तेल एवं घी के नमूने लिये गये।जांच में यदि मिलावट या मानक से अलग पाया गया, तो दुकानों के लाइसेंस रद्द करने के साथ-साथ जुर्माना और केस भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन को मिठाइयों और खाद पदार्थों में मिलावट की कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच का आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा – “त्योहारों की खुशी में नागरिकों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ा जाएगा। सभी खाद्य विक्रेता मानक के अनुरूप ही खाद्य सामग्री तैयार करें और बेचें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।”

अब तक 4.50 लाख का जुर्माना वसूला गया
सिविल सर्जन ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में मिठाई दुकानों और होटलों की लगातार जांच और सैंपलिंग की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अगस्त 2025 तक कुल 126 खाद्य सामग्री के नमूने लिये गये थे, जिनमें 9 नमूने मिलावटी पाए गए। इन मामलों में दोषी व्यापारियों पर सरकार द्वारा निर्धारित कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जा रही है।
अब तक कुल ₹4,50,000 का जुर्माना वसूला जा चुका है।