बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही दिखने लगा है कि इस बार सारे दल कील के नोक पर बैठ चुनाव लड़ रहे हैं और प्रशांत किशोर के त्रिकोण ने इसे और रोचक बना दिया है

शुरुआत मुजफ्फरपुर से ही करते हैं। बीजेपी ने जहां रंजन कुमार को टिकट दिया है वो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इसके पहले बीजेपी से सुरेश शर्मा चुनाव लड़ा करते थे। जबकि महागठबंधन से विजेंद्र चौधरी को टिकट मिला है जो सिटिंग विधायक हैं। यहां चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है क्यूंकि जनसुराज से डॉ ए के दास को टिकट मिला है वहीं जनसुराज से इस्तीफा देकर निर्दलीय संजय केजरीवाल ने चुनाव को दिलचस्प मुकाबला बना दिया है जिनकी नामांकन रैली में जोरदार भीड़ देखने को मिल था।
गायघाट से NDA उम्मीदवार कोमल सिंह जेडीयू से है जो सांसद वीना देवी की और जेडीयू MLC दिनेश सिंह की बेटी हैं। जबकि महागठबंधन से निरंजन राय हैं। निरंजन राय का एक वीडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था जिसमें उनका क्षेत्र में विरोध होता हुआ दिखा था।
बोचहा से लोजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेगी पूर्व विधायक बेबी कुमारी NDA की उम्मीदवार हैं उन्हें लोजपा (R) से टिकट मिला है। वहीं अमर पासवान (राजद)महागठबंधन से उम्मीदवार है। ये बोचहा से सीटिंग विधायक हैं।
अब बात मीनापुर की करते हैं जहां NDA से अजय कुशवाहा (जेडीयू)को मौका दिया गया है वहीं महागठबंधन से मुन्ना यादव (राजद) टिकट पाने में सफल रहे हैं
कुढ़नी में एक अलग ही विसात बिछी हुई है जहां से केदार गुप्ता पर NDA ने फिर से विश्वास जताया है ये सिटिंग विधायक हैं जबकि महागठबंधन से बबलू कुशवाहा (राजद) को टिकट मिला है।
और अब थर्मल स्टेशन कांटी से NDA की तरफ से अजित कुमार(जेडीयू) उम्मीदवार हैं उनकी टक्कर महागठबंधन के राजद से इजराइल मंसूरी जो सिटिंग विधायक हैं उनमें जोरदार टक्कर दिखने की संभावना है।
औराई से NDA ने रामसूरत राय का टिकट काट कर रमा निषाद को टिकट दिया गया है जो पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी हैं। खबर ये रही है कि रामसूरत राय औराई से निर्दलीय लड़ सकते हैं। उनके समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय में गुरुवार को जमकर बवाल काटा।
जबकि पारू से मदन चौधरी NDA के उम्मीदवार होंगे जो उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM से हैं
साहेबगंज से राजकुमार सिंह NDA के प्रत्याशी हैं जबकि सकरा से आदित्य कुमार NDA के उम्मीदवार हैं
2025 का विधानसभा चुनाव बागियों के बीच दोस्ताना संघर्ष के लिए जाना जाएगा। क्यूंकि महागठबंधन ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा अब तक नहीं की है। साथ ही प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।